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चंद्र ग्रहण (Lunar eclipse) क्यों होता है? चंद्र ग्रहण का पृथ्वी पर क्या प्रभाव पड़ता है?

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चंद्र ग्रहण विज्ञान में एक जब सूरज, पृथ्वी, और चंद्रमा का आकारी रूप से क्रमबद्ध सबसे अच्छी तरह से एक सीधी रेखा पर आते हैं, तो घटित होता है। इसका मुख्य कारण है कि पृथ्वी और चंद्रमा की माध्यमिक रेखा सूरज के बीच आ जाती है, जिससे चंद्रमा को सूरज की प्रकीर्ण रोशनी से छिपा देता है। चंद्र ग्रहण पूर्ण या आंशिक हो सकता है, जो पृथ्वी के स्थिति और चंद्रमा के स्थान पर निर्भर करता है। चंद्र ग्रहण के दो प्रमुख प्रकार होते हैं: 1. पूर्ण चंद्र ग्रहण: इसमें चंद्रमा पूरी तरह से सूरज की प्रक्षेपण की रेखा के बीच आ जाता है, जिससे विस्तार से दिखाई नहीं देता। यह घटना कई घंटों तक चल सकती है, और इस दौरान चंद्रमा का पूर्णतः छिप जाना घटित होता है। 2. आंशिक चंद्र ग्रहण: इसमें चंद्रमा केवल आंशिक रूप से सूरज की प्रक्षेपण की रेखा के बीच आता है, जिससे चंद्रमा का एक हिस्सा सीधे सूरज के सामने आ जाता है। इसके दौरान चंद्रमा का कुछ हिस्सा छिप जाता है और इसे चुंबकीय ग्रहण भी कहा जाता है। पृथ्वी पर चंद्र ग्रहण का कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है, यह केवल एक आकाशीय घटना होती है और इसका कोई भौतिक प्रभाव नहीं होता है।...

International Day of the World's Indigenous Peoples विश्व आदिवासी दिवस

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विश्व आदिवासी दिवस 9अगस्त 1994 से लगातार मनाया जाता रहा है। विश्व के सभी आदिवासियों को सम्मान देने, उनकी प्रकृति संरक्षण में भूमिका तथा एक विशिष्ट संस्कृति से रूबरू कराने के उद्देश्य से विश्व आदिवासी दिवस मनाया जाता है। भारतीय परिप्रेक्ष्य में आदिवासियों को पृथक से आरक्षण मिला हुआ है लेकिन आज भी ये आर्थिक, राजनैतिक और शैक्षिक दृष्टि से राष्ट्रीय औसत से पीछे है। इनको मुख्य धारा में लाने मे अभी बहुत समय लगेगा। सरकारें भी इनकी संस्कृति बचाने की आड़ में इनको आधुनिकीकरण से दूर रखना चाहती है। विकास की आड़ मे सबसे ज्यादा जमीनें आदिवासियों की ही अधिग्रहण की जाती है। आदिवासी आज भी अंधविश्वास और अशिक्षित हैं। अब आदिवासियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने और अंधविश्वास व नशे की प्रवृत्ति से छुटकारा दिलाने की बहुत आवश्यकता है। जय आदिवासी, जय जौहार, जय भारत।

महात्मा कबीर दास Mahatma Kabir Das

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कबीर दास, निर्गुण भक्ति के संत और कवि जिनकी जयंती ज्येष्ठ पूर्णिमा को मनाई जाती है। कबीर दास जी का जन्म सन् 1398 में वाराणसी में हुआ था। उनके पिता संत तोहाराम जी और माता नीमा जी थे। इसके बाद उन्होंने अपनी रचनाओं के जरिए सामान्य लोगों को धार्मिक तत्वों के बारे में जागरूक किया।  कबीर दास जी ने अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज की विभिन्न मुद्दों पर संदेश दिया। उन्होंने जाति व्यवस्था, धार्मिकता, तानाशाही, जातिवाद, अज्ञानता आदि के खिलाफ उठाव दिया। उनकी रचनाओं में सत्य, न्याय, प्रेम, समता, अन्याय, दया और अस्वीकार्यता के महत्वपूर्ण संकेत हैं।      कबीर दास जी के दोहे अद्वितीय हैं और उन्हें उनकी सरलता और प्रभावशाली व्यंग्य की वजह से याद किया जाता है। उनके दोहे साधारण जीवन की समस्याओं पर प्रकाश डालते हैं और मानवीय जीवन के मूल्यों को उजागर करते हैं। यहां कुछ प्रमुख कबीर दास जी के दोहे हैं: 1. "दुख में सुमिरन सब करे, सुख में करे न कोय। जो सुख में सुमिरन करे, दुख काहे को होय॥" अर्थ: जब हम दुःख में होते हैं, तो सभी भगवान का स्मरण करते हैं, लेकिन सुख में हम किसी का स्मरण ...

अन्तरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस International Biodiversity Day

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आज अन्तर्राष्ट्रीय जैवविविधता दिवस है। संपूर्ण पृथ्वी या किसी प्राकृतिक आवास मे विभिन्न प्रकार के पादप और जन्तुओं की जातियाँ पाइ जाती हैं। जीवों की इस विविधता को ही जैवविविधता कहते है। पृथ्वी पर लगभग ३००००० पादप जातियां व लगभग ४००००० जन्तुओं की जातियां पाई जाती हैं। भारत मे लगभग ४५००० पादप जातियाँ और लगभग ९०००० जन्तुओं की जातियां पाइ जाती हैं। वनों की अंधाधुंध कटाई व प्रदूषण के कारण वन्य जीवों के प्राकृतिक आवास नष्ट हो रहे हैं। जिसके कारण बहुत सी पादप व जन्तु जातियां विलुप्त हो गई और बहुत से पादप और जन्तु विलुप्ति के कगार पर है। जीवों के नष्ट होने के कारण प्राकृतिक संतुलन बिगड़ रहा है जिसके फलस्वरूप प्राकृतिक आपदाएं आती हैं। अतः हमें जीवों की सुरक्षा करके प्राकृतिक संतुलन मे सहायता करनी चाहिए। हम प्रकृति को सुरक्षित रखेंगे तो प्रकृति हमें सुरक्षित रखेगी।

Shri Rajiv Gandhi- भारत में कंप्यूटर क्रांति के जनक

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भारत में सूचना क्रांति, कम्प्यूटराइजेशन और टेलीकम्युनिकेशंस प्रोद्योगिकी के जनक और भारतीय इतिहास में सबसे बड़ा जनमत प्राप्त करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 तथा मृत्यु - 21मई 1991को हुई। इनकी शिक्षा - ट्रिनिटी कालेज, कैम्ब्रिज तथा इम्पीरियल कालेज लंदन में हुई।  👉श्री राजीव गांधी के महत्वपूर्ण कार्य  1. भारत में ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने नवोदय विद्यालय की नींव रखी थी। ये फैसला साल 1986 में शिक्षा नीति के तहत लिया गया था।  ​2. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल में वोट देने की उम्र में परिवर्तन किया गया। वोट देने का अधिकार पहले 21 साल की उम्र में था। फिर राजीव गांधी ने इसे घटाकर 18 साल कर दिया।  3. BSNL और MTNL टेलीकॉम कंपनियां जो आज संकट से जूझ रही हैं उन्हें  पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी  के कार्यकाल में ही स्थापित किया गया था।  4. भारत में कम्प्यूटर शिक्षा का श्रेय  पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी   को ही दिया जाता है। उन्...

कार्ल मार्क्स : एक समाजशास्त्री Karl Marx : Sociologist

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कार्ल मार्क्स एक समाजशास्त्री थे जो अपने समय में आधुनिक सामाजिक संरचनाओं के आधार पर उनकी व्याख्या करने के लिए जाने जाते थे। उन्होंने कई महत्वपूर्ण सिद्धांतों को विकसित किया था, जिनमें से सबसे महत्वपूर्ण है वह सामाजिक विरोध के सिद्धांत पर आधारित थे। कार्ल मार्क्स का जन्म 1818 में जर्मनी के त्रेविर में हुआ था। उन्होंने बर्लिन विश्वविद्यालय में अध्ययन किया था और उनकी सोशलिस्ट विचारधारा उनके समझौते से प्रभावित हुई थी। उन्होंने बहुत से विचारों के लिए मुख्यतः सामाजिक समस्याओं के लिए लड़ाई लड़ी थी। उनकी सोशलिस्ट विचारधारा की स्थापना के साथ-साथ उन्होंने एक आंदोलन भी शुरू किया, जो बाद में कम्युनिज्म के रूप में जाना जाता है। मार्क्सवाद एक आधुनिक समाजशास्त्र की व्याख्या है, जो संपूर्ण समाज की व्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करती है। ाधुनिक संरचनाएं समृद्धि के बावजूद उत्पन्न होती हैं, तब तक समाज में स्थिरता नहीं हो सकती है। मार्क्स के अनुसार, समाज का आधुनिक संरचना पूंजीवाद के आधार पर आधारित है, जो समाज में विषमताओं को बढ़ाता है और एक स्वतंत्र वर्ग को तय करता है, जो समाज के शोषित वर्गों के खिलाफ काम करत...

Gauge Measurement गेज माप

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Gauge Measurement/ गेज माप- अमेरिकन स्टैण्डर्ड वायर गेज में 1 गेज  से 36 गेज तक लगातार घटते क्रम होता है। 1 गेज तार की मोटाई 7. 6 mm तथा 36 गेज तार की मोटाई 0.19 mm होती है । जितना कम गेज होगा, तार या चद्दर उतनी ज्यादा मोटी होगी।