लार्ड थोमस बैबिंगटन मैकाले Lord Thomas Bebington Mecaulay
लार्ड थोमस बैबिंगटन मैकाले: ब्रिटिश इतिहासकार, राजनीतिज्ञ और साहित्यकार जिसने भारतीयों के लिए समान दंड संहिता लागू की। इस दंड संहिता से पहले एक ही अपराध के लिए शूद्रों को ज्यादा दंड दिया जाता था और उच्च जातियों को न के बराबर दंड मिलता था। वो केवल दंड था उसकी कोई संहिता नहीं थी। उसने सभी वर्गों के लिए सार्वभौमिक शिक्षा का अधिकार लागू किया और सभी भारतीयों को शिक्षित करने का ईमानदारी से प्रयास किया।उससे पहले शूद्रों को पढ़ने का अधिकार नहीं था। उसने कर प्रणाली में भी सुधार किया। उसने अंग्रेजी, विज्ञान, गणित और दर्शनशास्त्र पढना अनिवार्य किया। विज्ञान पढ़ने से वैज्ञानिक सोच का विकास हुआ और धर्म खतरे में पड़ गया। उसके द्वारा दी गई शिक्षा पद्धति और समान दंड संहिता के कारण भारतीयों में बहुत जागरूकता आई जो आजादी की लड़ाई में प्रेरक सिद्ध हुई। जन्म 25 अक्टूबर 1800 मृत्यु 28 दिसम्बर 1859.